Get App

Tata Capital IPO: टाटा कैपिटल के आईपीओ से जुड़ी हैं ये 4 बड़ी चिंताएं, दांव लगाने से पहले रखें ध्यान

Tata Capital IPO: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कैपिटल का 15,500 करोड़ रुपये का आईपीओ निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। यह 2025 का अब तक का सबसे बड़ा IPO है। मंगलवार को इस आईपीओ के सब्सक्रिप्शन का दूसरा दिन है

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Oct 07, 2025 पर 5:48 PM
Tata Capital IPO: टाटा कैपिटल के आईपीओ से जुड़ी हैं ये 4 बड़ी चिंताएं, दांव लगाने से पहले रखें ध्यान
Tata Capital IPO: टाटा कैपिटल में हाल ही में टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड का विलय हुआ है

Tata Capital IPO: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा कैपिटल का 15,500 करोड़ रुपये का आईपीओ निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। यह 2025 का अब तक का सबसे बड़ा IPO है। मंगलवार को इस आईपीओ के सब्सक्रिप्शन का दूसरा दिन है। हालांकि दोपहर 3.15 बजे तक, यह आईपीओ कुल मिलाकर केवल 0.63 गुना ही सब्सक्राइब हुआ था। इससे यह साफ है कि निवेशकों में इस आईपीओ को लेकर उत्साह के साथ एक सतर्कता भी बनी हुई है।

कई ब्रोकरेज फर्मों ने इस आईपीओ से जुड़ी कुछ अहम चिंताओं की ओर निवेशकों को ध्यान खींचा है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि टाटा जैसे भरोसेमंद ब्रांड होने के बावजूद, कंपनी के सामने घटते मार्जिन, बढ़ती उधारी लागत और कमजोर प्रोविजनिंग कवर जैसी कई चुनौतियां मौजूद हैं, जो निकट भविष्य में इसकी प्रॉफिट मार्जिन पर असर डाल सकती हैं। आइए इन चुनौतियों पर एक नजर डालते हैं-

1. TMFL मर्जर बना चिंता की वजह

टाटा कैपिटल में हाल ही में टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड का विलय हुआ है। हालांकि यह मर्जर कंपनी के लिए दोधारी तलवार साबित हो रहा है। एक ओर इसने टाटा कैपिटल को स्केल और वाहन फाइनेंसिंग में मजबूती दी है, लेकिन दूसरी ओर कम गुणवत्ता वाले एसेट्स और ऊंची लागत वाली देनदारियों में इजाफा किया है, जिससे प्रोविजनिंग की जरूरतें बढ़ गई हैं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें