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Hyundai Motor IPO: ₹32000 करोड़ का निवेश, आईपीओ ला रही हुंडई का ये है पूरा प्लान

Hyundai Motor IPO: हुंडई मोटर इंडिया वर्ष 2023 से 2032 के बीच देश में 32000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी देश का सबसे बड़ा आईपीओ ला रही है और अगले हफ्ते यह पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। कंपनी ने अपने विस्तार की योजना का खुलासा किया है। जानिए क्या है हुंडई मोटर इंडिया का प्लान और यह भारत में ही क्यों लिस्ट हो रही है?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Oct 12, 2024 पर 9:14 AM
Hyundai Motor IPO: ₹32000 करोड़ का निवेश, आईपीओ ला रही हुंडई का ये है पूरा प्लान
Hyundai Motor India की योजना उत्पादन का लक्ष्य 7.65 लाख यूनिट से बढ़ाकर इस साल 2024 में 7.75 लाख यूनिट्स करने की है।

Hyundai Motor IPO: देश का सबसे बड़ा आईपीओ अगले हफ्ते बस खुलने ही वाला है और फिर करीब 10 दिनों बाद 22 अक्टूबर को शेयर लिस्ट भी हो जाएंगे। हुंडई मोटर इंडिया का 32 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 15-17 अक्टूबर के बीच खुलेगा। अब बात करें कंपनी के कारोबार की तो सेबी के पास दाखिल रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस में कंपनी ने अपनी विस्तार योजनाओं का खुलासा किया है। इसके मुताबिक कंपनी ने वर्ष 2023 से 2032 के बीच देश में 32000 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई की भारतीय इकाई यह निवेश क्षमता बढ़ाने, प्रोडक्ट और प्लेटफॉर्म के डेवलपमेंट और नई लॉन्चिंग को लेकर होगा। इसके अलावा यह बैट्री इलेक्ट्रिक वीइकल (BEV) मार्केट में भी अपना दखल बढ़ाएगी।

क्या है Hyundai Motor India का प्लान?

हुंडई मोटर इंडिया वर्ष 2023 से 2032 के बीच देश में 32000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। चेन्नई मैनुफैक्चरिंग प्लांट के लिए इसने तमिलनाडु सरकार के साथ चार एमओयू किए हैं और तेलगांव मैनुफैक्चरिंग प्लांट के लिए महाराष्ट्र सरकार से ऑफर लेटर हासिल किए हैं। महाराष्ट्र के प्लांट में अभी काम शुरू नहीं हुआ है। इनमें 32 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा। हुंडई मोटर इंडिया के सीएमडी Unsoo Kim ने पहले बताया था कि कंपनी चेन्नई प्लांट में 26,000 करोड़ रुपये और पुणे प्लांट में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे कंपनी की कुल क्षमता सालाना 8,24,000 यूनिट्स प्रति वर्ष से बढ़कर वर्ष 2028 तक 11 लाख यूनिट्स सालाना हो जाएगी। इससे घरेलू और निर्यात की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी

कंपनी के रेड हेरिंड प्रॉस्पेक्ट्स के मुताबिक कंपनी पहले भी प्लांट, प्रॉपर्टी और इक्विपमेंट और नए मॉडल के लिए इनटैंजिबल एसेट्स की खरीदारी में कैपिटल एक्सपेडिंचर करती आई है और आगे भी ऐसा ही करेगी। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी ने इन पर 126.50 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 226.10 करोड़ रुपये और 324.62 करोड़ रुपये खर्च किए थे। जून 2024 तिमाही में सालाना आधार पर खर्च 53.56 करोड़ रुपये से बढ़कर 55.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

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