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Cochin Shipyard के शेयर धड़ाम, इस कारण 4% से अधिक टूट गए भाव

Cochin Shipyard Shares: 8 महीने में निवेशकों का पैसा 6 गुना से अधिक करने वाली कोचीन शिपयार्ड के शेयरों को सरकार के एक फैसले से करारा झटका लगा है। इस फैसले के चलते कोचीन शिपयार्ड के शेयर 4 फीसदी से अधिक टूट गए। जानिए सरकार के किस फैसले ने देश की सबसे बड़ी शिपबिल्डिंग और मेंटेनेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड के शेयरों पर दबाव बनाया और इसकी कारोबारी सेहत कैसी है?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Oct 16, 2024 पर 4:45 PM
Cochin Shipyard के शेयर धड़ाम, इस कारण 4% से अधिक टूट गए भाव
जून 2024 तिमाही में Cochin Shipyard का शुद्ध मुनाफा 77 फीसदी उछलकर 174.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि तिमाही आधार पर इसका मुनाफा 33 फीसदी गिरा है क्योंकि मार्च तिमाही में इसे 258.8 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।

Cochin Shipyard Shares: देश की सबसे बड़ी शिपबिल्डिंग और मेंटेनेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में आज बिकवाली का इतना तेज दबाव है कि यह 4 फीसदी से अधिक टूट गया। इसके शेयरों में गिरावट की वजह ऑफर फॉर सेल इश्यू है। इस इश्यू के तहत सरकार अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी हल्की कर रही है लेकिन शेयरों की जो बिक्री हो रही है, वह पिछले कारोबारी दिन के क्लोजिंग प्राइस से करीब 7 फीसदी डिस्काउंट पर है। इस इश्यू के लिए सरकार ने 1540 रुपये प्रति शेयर का भाव फिक्स किया है जबकि एक कारोबारी दिन पहले BSE पर यह 1672.00 रुपये पर बंद हुआ था। ऐसे में आज जब ऑफर फॉर सेल इश्यू खुला तो BSE पर यह 4.99 फीसदी की गिरावट के साथ 1588.50 रुपये के भाव पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ।

Cochin Shipyard में सरकार की कितनी है हिस्सेदारी?

सरकार कोचीन शिपयार्ड में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। सितंबर तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से सरकार के पास इसके 19,16,86,928 शेयर हैं जो कंपनी की 72.86 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। अब ऑफर फॉर सेल के तहत सरकार 2.5 फीसदी के ग्रीन शू ऑप्शन के साथ कुल 1.32 लाख शेयरों को सरकार बेच रही है। अभी यह इश्यू नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स के लिए खुला है और खुदरा निवेशकों के लिए यह कल 17 अक्टूबर को खुलेगा

कैसी है कोचीन शिपयार्ड की कारोबारी सेहत

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