बढ़ते समय के साथ हर एक व्यक्ति अपने रिटायरमेंट (Retirement) के दिनों को सुख-शांति से जीने की इच्छा रखता है। लेकिन सिर्फ विचार करना ही काफी नहीं है, इसके लिए हमें सावधानीपूर्वक योजना बनाने की जरूरत होती है, खासकर बात जब हमारी फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) की आती है। रिटायरमेंट के दिनों में किसी भी तरह की वित्तीय परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए पहले से योजना बनाना बहुत ही महत्वपूर्ण है। आंकड़ों के अनुसार, भारत में हर एक कामकाजी लोगों में से केवल 76 प्रतिशत लोग ही अपने रिटायरमेंट के दिनों को आनंद से जीने की उम्मीद रखते हैं, और केवल 33 प्रतिशत लोग ही इसके लिए धन संचय पर विचार कर रहें हैं। यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों की प्रवृत्ति है।