Budget 2024: सरकार ने नॉन-रेसिडेंट इंडियंस (NRI) पर टैक्स का बोझ घटाने के लिए कई उपाय किए हैं। एनआरआई के सामने अलग तरह की स्थितियां होती हैं। सरकार ने कई सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर्स (CPC) शुरू किए हैं। इससे टैक्स रिटर्न की जल्द प्रोसेसिंग हो रही है। प्री-फिल्ड रिटर्न की शुरुआत की गई है। सिंगल इंफॉर्मेटिव टैक्स स्टेटमेंट से भी काफी आसानी हुई है। इससे NRI को टैक्स से जुड़ी जिम्मेदारियों को पूरी करने में ज्यादा समय नहीं लगाना पड़ता है। सरकार ने कई देशों के साथ Double Taxation Avoidance Agreements किए हैं। इसका मकसद व्यक्ति को दोहरे टैक्स के बोझ से बचाना है। अब भी कई प्रोसेस को डिजिटल बनाने की जरूरत है। इनमें रेजिडेंसी स्टेटस में बदलाव, एसेसमेंट और एनआरआई से जुड़ा अल्टरनेट टैक्स रिटर्न वेरिफिकेशन सिस्टम शामिल हैं।