कोरोना महामारी के आने के साथ 2020 के दशक ने पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियों को अभूतपूर्व झटका दिया। लेकिन जिस तेजी से दुनिया के भर के केंद्रीय बैंकों ने आम लोगों से लेकर उद्योग जगत तक को राहत पहुंचाने के लिए अपनी तिजोरी खोली, उससे 2022 आते-आते ऐसा लगने लगा कि बुरा दौर पीछे छूट गया है और दुनिया की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट गई है। भारत के नेतृत्व में अमेरिका, यूरोप और यहां तक कि कई अफ्रीकी देशों ने भी कोविड से पहले की वृद्धि दर के करीब पहुंचना शुरू कर दिया था।