




Life Certificate: नवंबर का महीना पेंशनर्स के लिए बेहद अहम होता है क्योंकि इसी समय हर साल जीवन प्रमाण पत्र Life Certificate जमा करना जरूरी होता है यह एक तरह का सबूत होता है कि पेंशनर जीवित हैं और उन्हें पेंशन मिलती रहनी चाहिए
Digital Gold Scams: डिजिटल गोल्ड निवेश में बढ़ती धोखाधड़ी के खतरे सामने आए हैं, जिसमें हैकर्स डिजिटल गोल्ड चुरा लेते हैं और फर्जी वेबसाइटें गोल्ड सिक्के बेचने का झांसा देती हैं।
Credit limit increases: क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो कम होता है, जिससे क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है और आपको फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। लेकिन अगर लिमिट बढ़ाकर आप ज्यादा खर्च करने लगते हैं या बिल समय पर नहीं चुकाते, तो इसका क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है।
When To Take Loan Insurance: लोन इंश्योरेंस एक ऐसा फाइनेंशियल प्रोडक्ट है जो अप्रत्याशित परिस्थितियों, जैसे मृत्यु, बेरोजगारी या गंभीर बीमारी के दौरान आपके लोन के बकाया भुगतान को कवर करता है। इससे न केवल उधारकर्ता को वित्तीय सुरक्षा मिलती है, बल्कि परिवार भी लोन के बोझ से मुक्त रहता है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्यक्ति की जिंदगी में कई बार ऐसी स्थितियां आ जाती हैं, जिनमें उसकी इनकम का सोर्स बंद हो जाता है या कोई बड़ा खर्च करने की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में म्यूचुअल फंड की स्कीम में सिप जारी रखना भी मुश्किल हो जाता है
SIP vs SWP vs STP: SIP, SWP और STP तीनों म्यूचुअल फंड टूल्स हैं, लेकिन इनसे मिलने वाले रिटर्न और फायदे बिल्कुल अलग होते हैं। कौन-सा तरीका आपकी जेब में ज्यादा पैसा छोड़ेगा और कब किस ऑप्शन का इस्तेमाल करना चाहिए, जानिए।
Personal Loan EMI: पर्सनल लोन की EMI चूकने पर आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो सकता है और ब्याज दरें भी बढ़ सकती हैं।
SSY vs MF: सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) और म्यूचुअल फंड (MF) दोनों ही बच्चियों के भविष्य के लिए निवेश के अच्छे विकल्प हैं। SSY एक सरकारी योजना है जिसमें 7.6% से 8.2% तक निश्चित ब्याज मिलता है, जो जोखिम मुक्त होती है और टैक्स लाभ भी देती है।
एनपीएस को रिटायरमेंट को ध्यान में रख तैयार किया गया है। इसका मतलब है कि इसमें आपके लंबी अवधि तक निवेश करना होगा। एनपीएस सब्सक्राइबर के पैसे का निवेश, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में करता है
Home Renting Tips: घर किराए पर लेने के लिए 11 महीने का टर्म लोकप्रिय है क्योंकि इसे रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होती और यह लचीला होता है। अगर आप लंबे समय तक रहने या निवेश करने का सोच रहे हैं तो दो-तीन साल का टर्म बेहतर होता है, जो सुरक्षा और स्थिरता देता है।
IRCTC New Rules: IRCTC ने 1 अक्टूबर 2025 से सुबह 8 बजे से 10 बजे तक टिकट बुकिंग के लिए आधार प्रमाणीकरण को अनिवार्य कर दिया है। आधार प्रमाणीकरण किए बिना इस समय स्लॉट में टिकट बुकिंग संभव नहीं होगी।
Digilocker एक आधुनिक, एआई-सक्षम ई-केवाईसी प्लेटफॉर्म जो भारत की डिजिटल गवर्नेंस में क्रांति ला रहा है। यह पेपरलेस, सुरक्षित और तेज पहचान सत्यापन प्रदान करता है, जिससे सरकारी और निजी सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ी है।
सीबीडीटी के नोटिफिकेशन में एडिशनल, ज्वाइंट और सबओर्डिनेट एसेसिंग अफसरों के अधिकार बढ़ाए गए हैं। इसका मकसमद अलग-अलग रीजन के तहत गलतियों को जल्द ठीक करना है। सीपीसी अब कंप्यूटेशनल या अकाउंटिंग से जुड़ी गलतियां ठीक कर सकेंगे
Bandhan AMC ने नया हेल्थकेयर थीमैटिक फंड लॉन्च किया है, जिसकी NFO 10 से 24 नवंबर तक खुलेगी। यह फंड भारत के तेजी से बढ़ते हेल्थकेयर सेक्टर में ग्रोथ कैप्चर करेगा। इसमें फायदे के साथ कुछ खास जोखिम भी शामिल हैं। जानिए डिटेल।
एनालिस्ट्स का कहना है कि कॉर्पोरेट बॉन्ड मार्केट 2020 में सेबी के रिक्वेस्ट फॉर कोट (RFQ) प्रोटोकॉल लागू करने के बाद 10 गुना बढ़ा है। इससे कॉर्पोरेट बॉन्ड मार्केट में पारदर्शिता आई है और डिजिटल ट्रेडिंग को बढ़ावा मिला है
Post Office Schemes 2025: किसान विकास पत्र (KVP) योजना 2025 में एक सुरक्षित बचत विकल्प है जिसमें निवेश ₹1000 से शुरू होता है और 7.5% की कंपाउंड ब्याज दर पर लगभग 115 महीनों में निवेश की राशि दोगुनी हो जाती है।
Corporate bonds निवेश के लिए बेहतर विकल्प हैं जो एफडी से अधिक रिटर्न देते हैं, लेकिन इनके साथ थोड़ा अधिक जोखिम भी होता है। निवेशकों को कंपनी की वित्तीय स्थिति, क्रेडिट रेटिंग और संभावित जोखिमों को समझकर ही इसमें निवेश करना चाहिए।
Atal Pension Yojana: अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद भी आपकी आमदनी कभी बंद न हो, तो अटल पेंशन योजना आपके लिए एक बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। यह योजना खासकर उन लोगों के लिए बनाई गई है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं
PPF vs NPS: PPF और NPS रिटायरमेंट प्लानिंग के दो मजबूत विकल्प हैं। एक सुरक्षित, टैक्स-फ्री रिटर्न देता है, जबकि दूसरे में लंबी अवधि में बेहतर ग्रोथ और अतिरिक्त टैक्स लाभ मिलता है। दोनों को साथ में इस्तेमाल कर निवेशक मजबूत रिटायरमेंट फंड बना सकते हैं। जानिए कैसे।
Advance Tax: भारत में टैक्स देने का प्रोसेस सिर्फ साल के अंत में नहीं होता। एडवांस टैक्स एक ऐसी सिस्टम है, जिसमें टैक्सपेयर को अपनी सालभर की अनुमानित इनकम के आधार पर टैक्स को किश्तों में जमा करना होता है